Driving license news: राजस्थान (Rajasthan) की राजधानी जयपुर (Jaipur) में अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले लोगों के लिए बुरी खबर आई है. मंगलवार यानि 22 दिसंबर 2020 को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए कठिन परीक्षा देनी होगी अब लाइसेंस के लिए ट्रायल ट्रेक पर ऑटोमेटेड ड्राइविंग पे कैमरों की मदद से निगरानी रखी जाएगी और गलत ड्राइविंग की तो लाइसेंस नहीं मिल सकेगा परन्तु अभी तक परिवहन विभाग ने प्रायोगिक रूप से शुरू नहीं किया है, और ट्रायल सफल रहने पर स्थाई रूप से निजी कम्पनी को अनुमति दी जाएगी परन्तु शुरू होने से पहले ही विरोध किया जा रहा है.
आज से driving license बनाने के में बड़ा बदलाव होने जा रहा
आज से लाइसेंस कार्यक्रम में बदलाव किया जाएगा अब लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस( driving license) के लिए ट्रायल ऑटोमेटिक ट्रैक के माध्यम से लिया जाएगा जिसके बाद अधिकारी निर्णय नहीं करेंगे बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के दवरा किया जाएगा आज मंगलवार से जयपुर के क्षेत्र जगतपुरा आरटीओ कार्यालय में कार और दुपहिया वाहनों के लाइसेंस के लिए के ट्रायल ऑटोमेटेड ट्रैक पर किया जाएगा .
इस में ट्रायल लेने का कार्य निरीक्षक नहीं करेंगा बल्कि कैमरे सॉफ्टवेयर करेंगे और कैमरे की नजर में ही लाइसेंस आवेदक का ट्रायल लिया जाएगा वाहन सही तरीके से चलाया या नहीं यह भी सॉफ्टवेयर के अनुरूप परिणाम जारी करेगा यदि दुपहिया या कार वाहन सही से चलाया तो आवेदक को पास कर दिया जाएगा नहीं तो फेल कर दिया जाएगा यह कार्य परिवहन विभाग ने एक निजी कम्पनी स्मार्टचिप टेनोलॉजीज को दिया है.
कम्पनी अजमेर को छोड़कर प्रदेश के 10 अन्य आररटीओ कार्यालयओं और डीडवाना व झालावाड़ के आरटीओ में भी ऑटोमेटेड ट्रैक पर ट्रायल कार्य शुरू किया जाएगा ऑटोमेटेड ट्रैक ड्राइिवंग के लिए 4 तरह की ट्रायल होगी जैसे की हिन्दी अंक 8 के ट्रैक पर कार चलाना, इग्लिश के अक्षर H पर कार चलाना एवं रपट पर कार रोकना, एंगुलर पार्किंग, टेस्ट होंगे
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पहले भी निजी कम्पनी के दुवरा प्रयास हुआ विफल
- सबसे पहले 7 मार्च 2019 को शुरू हुआ
- 16 लोगों का लाइसेंस के लिए ट्रायल, परन्तु सभी हुए फेल आवेदकों ने मचाया
- हंगामा हंगामा दिन के प्रायोगिक ट्रायल होने के वावजूद पता चला
- की कम्पनी के सॉफ्टवेयर में खराबी है
- दूसरी बार 22 मई से स्मार्टचिप कम्पनी फिर शुरू किया ट्रायल
- 1 दिन में 10 में से 8 आवेदक हुए फेल, अगले दिन 45 में से 36 हुए फेल
- फिर 4 दिन बाद मानी कई साॅफ्टवेयर में खराबी
- फिर भी परिवहन विभान ने नहीं बदली कम्पनी
- आज तीसरी बार फिर होगा प्रगोगिक ट्रायल
इन कारण के वजह से विरोध किया जा रहा: Driving license news
- आरएसआरडीसी ने बजट में बनाया ट्रैक
- स्मार्टचिप कम्पनी ने बताया की केवल कंप्यूटर कर्मचारी और कैमरे
- विशेषज्ञों के अनुसार ट्रायल ट्रैक पर कम्पनी ने लगभग 80 लाख रुपए का खर्चा किए
- निजी कम्पनी प्रति आवेदन पर 235 रुपए अतरिक शुल्क लेगी
- कम्पनी रोज 200 लाइसेंस बनती है तो सालभर में तकरीबन 1.25 करोड़ की आय होगी
- जबकि कम्पनी ने कहा की कुछ दिन में 250 से 300 तक भी लाइसेंस बनाते हैं
- कम्पनी ने बताया केवल 6 से 8 महीनों में लागत वसूल कर लेंगे
इस लिए कम्पनी का विरोध किया जा रहा है फिर भी मगलवार को ड्राइविंग ऑटोमेटेड ट्रैक पर ट्रायल होगा परिवहन विभाग का कहना है कि इस कार्यकर्म से ड्राइविंग में पारदर्शिता आएगी और परिवहन विभाग की लाइसेंस परिक्रिया में तेजी होगी परन्तु यह कुछ दिनों में पता चलेगा की यह ट्रायल सफल हुआ या नहीं ?
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