भारत ने युद्ध के लिए गोला-बारूद इकट्ठा करने की अनुमति: india china news

भारत ने युद्ध के लिए गोला-बारूद इकट्ठा करने की अनुमति: india china news

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india china news:- चीन (china) के दवरा लगातार ही पर्वी लद्दाख (Ladakh) में पिछले कुछ महीनो से गतिरोध कर रहा है इसे के चलते भारत ने अपने सैन्य बलों को 10 दिन के युद्ध के लिए पर्याप्त हथियारों खरीदने की अनुमति दी थी जिसको बढ़ा कर 15 दिन के हथियारों और गोला बारूद की खरीद के लिए अनुमति दे दी है. संभावना बताई जा रही है कि सैन्य बलों के अधिकारी गोला-बारूद और हथियार देश -विदेशी से खरीदारी कर सकते है और इसके लिए भारत सरकार 50,000 करोड़ रूपये से ज्यादा खर्च कर सकती हैं.

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सरकार ने सैन्य बलों को गोला-बारूद स्टॉकिंग बढ़ाने की अनुमति दी :india china news

सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, दुश्मन देश से 15 दिनों के युद्ध के बराबर कुछ गोला-बारूद इकट्ठा किए जा रहे हैं. पहले संग्रित 10-I दिन से बढ़ाकर 15-दिन कर दिया गया सरकार ने सैन्य बलों अधिकारीओ को स्टॉकिंग बढ़ाने की अनुमति कुछ वक्त पहले ही दी है. कुछ वर्षो पहले ऑथराइजेशन के तहत सैन्य बलों अधिकारीओ को 40 दिन के युद्ध के गोला-बारूद और हथियार,रखने की अनुमति थी, लेकिन कुछ साल ही हथियारों को संग्रहण करने की समस्याओँ और युद्ध की बदलती स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस को घटा कर केवल 10 दिन तक सीमित कर दी.

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उरी हमले के बाद बदला फिर विचार हथियार स्टॉकिंग का

18 सितम्बर (December) 2016 को जम्मूकश्मीर (JammuKashmir ) के उरी क्षेत्र में भारत सेना बलों के कोवाटरों पर आतंकी हमला हुआ था जिसमें भारत के 16 सिपाही जवान शहीद हुए थे फिर भी भारतीय सैन्य ने चार आतंकी मारे गिराया था यह हमला लगभग 20 सालों के बाद सबसे ज्यादा बड़ा हमला मना जा रहा है आतंकी के दवरा सोते और निहत्थे जवानों पर ताबतोड़ फायरिंग की गई थी उरी के आंतकी हमले के बाद यह महसूस किया कि हमारे सैन्य बैल के पास हथियारों, वॉर वेस्टेज का स्टॉक की काफी कम है.

जिसके तुरन्त ही रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की मंत्रिपरिषद ने जल, थल और वायु सेना की क्षमता को 100 करोड़ रूपये से बढ़ाकर 500 करोड़ तक बढ़ा दिया गया . तीनों सैन्य बलों को वित्तीय आपात की शक्ति दी गई थी जो युद्ध लड़ने के लिए जरुरी हथियार खरीदने के लिए 300 करोड़ खर्च सकते है सैन्य बलों ने कुछ समय पहले अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए वेपन सिस्टम, मिसाइल, उपकरण और भी हथियार ख़रीदे है.

मीडिया जानकारी के अनुसार थल सेना की चिंता कम करने के लिए बड़ी संख्या में हथियार, मिसाइल ,गोला बारूद, तोप और टैंको को ख़रीदा गया है भारत के लद्दाख में लगातार ही चीन के दवरा गतिरोध झेल रहा है लद्दाख के कई इलाको में चीन लगातार ही घुसपैठ कर रहा है इस स्थिति को ध्यान रखते हुए हुए सरकार ने फैसला किया है.

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