दांडी यात्रा कब हुई: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत(Ashok Gehlot ) ने आज जयपुर में दांडी मार्च(Dandi march ) की 91वीं वर्षगांठ के मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने दांडी मार्च को हरी झंडी देखाकर रवाना किया. इस रैली को गांधी भवन से लेकर गाँधी सर्किल तक निकला गया. इस रैली में मुख़्यमंत्री के साथ बहुत संख्या में पुलिसकर्मी और खिलाडी शामिल हुए. और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री भजन लाल जाटव, कृष्णा पूनिया, भंवर सिंह भाटी, अरोड़ा राजीव, महेंद्र चौधरी, मुख्य सचिव निरंजन आर्य एवं संयम लोढ़ा सहित कई अन्य नेता ने दांडी यात्रा में शामिल रहे.
सीएम अशोक गहलोत ने दांडी रैली को हरी झंडी(dandi yatra in hindi) दिखाते हुए. गहलोत ने मिडिया को बताया. कि स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेज सरकार से लोहा लिया आने वाली पीढ़ी को इतिहास की जानकारी देने के लिए योजना जरुरी है. गांधीजी ने हमेशा अहिंसा के संदेश पर जोर दिया था. और मोदी सरकार को टारगेट करते हुए. कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ करीब चार महीने से आंदोलन कर रहे अन्नदातों की सुनी चाहिए और उनकी मांगों के अनुसार काले कानूनों को वापस लेना चाहिए.
यह भी पढ़े:- इस बार होली दहन होगा खास, 60 वर्षो बाद आया यह दिन
उम्मीद है हमें गांधीजी का संदेश समझ पाएगे मोदीजी:
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि किसान आंदोलन करीब चार महीनों से चल रहा है इस आंदोलन में बच्चे, बुजुर्ग, महिलाए काले कानूनों को वापस कराने के लिए लगातार विरोध जाते रहे है गहलोत ने बताया कि मोदी सरकार को गाँधीजी का संदेश अंदर से झकझोरेगा और आज शाम तक कृषि कानूनों को वापस लेकर किसानों को राहत देंगे
दांडी यात्रा कब हुई
गाँधीजी ने दांडी(dandi yatra by gandhiji) सत्याग्रह आंदोलन 12 मार्च 1930 को अहमदाबद की साबरमती आश्रम से यात्रा शुरू की थी और दांडी यात्रा की दूरी कितनी 240 किलोमीटर के साथ 6 अप्रैल 1930 को नमक तट समुंद्र पर बनाए गए नमक कानून तोड़ने के लिए चलाया गया था. इस आंदोलन में गाँधी के साथ सभी वर्गो के लोग शामिल थे
यह भी पढ़े:- 60 वर्षीय बुजुर्ग पर दूसरी शादी करने का भुत सवार, परिजन नहीं माने तो हाईटेंशन लाइन चढ़ा