Cyclone Mocha: मौसम का फिर उलटफेर, मौसम विभाग ने कहा है कि 6 मई के आसपास दक्षिण व पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात बनने के आसार है इसलिए अगले इसलिए अगले 48 घंटों में मौसम का उलटफेर उड़ीसा और बंगाल के बीच देखने को मिल सकता है विभाग चक्रवात के बारे मे अलर्ट जारी कर सकता है
यह साल का पहला साइक्वलोन या चक्रवात होगा जिसका असर मई के महीने के दूसरे हफ्ते में ज्यादा देखने को मिल सकता औरअगर यह चक्रवात का रूप धारण कर लेता तो यह काफी भयानक भी हो सकता है। इस cyclone mocha का नाम यमन देश ने रखा है जो कि लाल सागर के तटीय बंदरगाह के आधार पर है। इस चक्रवात का प्रभाव पूर्वी भारत ,बांग्लादेश और म्यांमार में भी देखने को मिल सकता है।
मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि इस सप्ताह के अंत तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है| विभाग ने कहा है कि कम दबाव के चक्रवाती तूफान का रूप लेने की आशंका ज्यादा है। उड़ीशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 2 मई को एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाकर चक्रवात से निपटने के लिए अधकारिओ को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा. पटनायक ने दो मई, 2019 को ओडिशा में आए फणि चक्रवात का भी जिक्र किया | उन्होंने अधिकारियों को सलाह दी कि आवश्यक हुआ हो तो निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज़े
साल 1953 से विश्व मौसम विज्ञानं संगठन [WMO]ने एक कमेटी बनाई है इस कमेटी में 13 देश शामिल हैं जिनमे भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन देश शामिल है यह ‘संयुक्त राष्ट्र’ की एक विशेष एजेंसी है जिसकी स्थापना 23 मार्च, 1950 को की गई थी।