for health tips in hindi : सर्दी के मौसम में मांसपेशियों में दर्द से बचाव अगर सर्दी के मौसम में कोई चोट लग जाए तो दर्द बहुत ज्यादा होता है। यानी सर्दी में लगी चोट गर्मी और बारिश में लगी चोट से ज्यादा दर्द देती है। क्योंकि इस मौसम में सूजन के कारण मांसपेशियां ज्यादा अकड़ जाती हैं और हिलना बंद हो जाता है, चलने में भी समस्या होती है। लेकिन चोट तो चोट होती है, एक बार हो जाने के बाद उसे ठीक करना होता है। इसलिए हम आपके लिए एक बहुत ही आसान और बेहद असरदार घरेलू उपाय लेकर आए हैं। जिसे अपनाने से आपको सर्दी-जुकाम से जल्द राहत मिलेगी, घाव जल्दी भरेंगे और आपको दर्द से भी राहत मिलेगी।
जानिए for health tips in hindi सर्दियों में होने वाली चोट के बारे में
अगर आप इस चोट का सही इलाज नहीं करते हैं और दर्द मांसपेशियों में गहराई तक चला जाता है तो इस बार ही नहीं बल्कि हर साल सर्दियों में आपको इस दर्द का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा कोई नहीं चाहेगा। इसलिए डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं को लेने में बिल्कुल भी हिच किचाएं नहीं और खान-पान का पूरा ध्यान रखें। यहां आपको बताए जा रहे घरेलू नुस्खे पूरी तरह आयुर्वेदिक चिकित्सा पर आधारित हैं। अगर आप सही मात्रा में और सही समय पर इसका इस्तेमाल करेंगे। तो दर्द हमेशा के लिए दूर हो जाएगा।
सर्दी के मौसम में हड्डी और जोड़ों के दर्द के कुछ अन्य कारण
मौसम ठंडा होने पर मांसपेशियों में अकड़न हो सकती है। तापमान में गिरावट से मांसपेशियां सख्त हो सकती हैं। इस अकड़न के कारण मांसपेशियों को हिलाना मुश्किल हो जाता है, जिससे दर्द की शिकायत हो सकती है। हमारे जोड़ों में एक तरल पदार्थ मौजूद होता है जिसे साइनोवियल फ्लूइड कहते हैं। जब हम नियमित कार्य करते हैं तो यह द्रव हमारे जोड़ों को ठीक से काम करने की क्षमता देता है। सर्दियों में यह द्रव गाढ़ा हो सकता है, जिससे जोड़ों में अकड़न हो सकती है। इतना ही नहीं, इससे जोड़ों को हिलाने-डुलाने में भी दर्द का सामना करना पड़ सकता है।
हड्डियों और जोड़ों में दर्द की वजह क्या है।
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सर्दियों के मौसम में ज्यादा बाहर न निकलना भी हो सकता है. जी हां, कई लोग सर्दी के मौसम में घर में ही रहना पसंद करते हैं। इस लाइफस्टाइल के कारण वह ज्यादा चल भी नहीं पाते हैं। खासकर जो लोग गठिया या जोड़ों से संबंधित किसी अन्य समस्या से पीड़ित हैं, इस प्रकार की गतिविधि से जोड़ों में दर्द हो सकता है।
अब एक और स्टडी से रूबरू होते हैं जिसमें बताया गया है कि सर्दी के मौसम में हमारा शरीर हमें ज्यादा गर्मी से बचाने की कोशिश करता है. उस समय, हमारे प्रमुख अंगों, जैसे हृदय, फेफड़े और पाचन अंगों में अधिक रक्त भेजा जाता है। ऐसा होने पर कंधों, बाहों, घुटनों और पैरों के जोड़ों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। इस स्थिति में इन प्रमुख जोड़ों की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं। रक्त प्रवाह कम होने के कारण ये प्रमुख क्षेत्र कठोर और ठंडे हो जाते हैं और इससे हड्डी और जोड़ों में दर्द हो सकता है।
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कई बार ठंड के मौसम में व्यक्ति का मूड खराब हो सकता है. इससे दर्द सहने की क्षमता में बाधा आ सकती है। इसलिए खुद को खुश और शांत रखने की कोशिश करें। व्यक्ति के मूड में सुधार से जोड़ों के दर्द को सहन करने में मदद मिल सकती है।
दर्द निवारक खाद्य पदार्थ क्या हैं? health tips for winter :
चोट के दर्द से तुरंत राहत दिलाता है। घाव को जल्दी भरने और मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए खाएं ये फूड्स?
- केसर
- अंजीर
- हल्दी
- दूध
कैसे करें सेवन?
- एक गिलास दूध लें, उसमें दो केसर के पत्ते और एक धुली हुई अंजीर डालें।
- दूध में उबाल आने के बाद इसे धीमी आंच पर 1 से 2 मिनट तक पकाएं.
- अब इस milk में आधा चम्मच हल्दी मिला लें।
- मिठाइयों में चीनी की जगह गुड़ का प्रयोग करें।
कब और कैसे पीना है? health tips in hindi
- तैयार दूध को दिन में दो बार पिएं। अगर आपको एसिडिटी की समस्या है, तो इसे दिन में एक बार ही लें।
- दूध हमेशा खाना खाने के कम से कम दो घंटे बाद पीना चाहिए।
- अगर पाचन संबंधी कोई समस्या है तो इसके ठीक होने के बाद ही दूध का सेवन शुरू करें।
- दूध पीने के ठीक पहले या तुरंत बाद कोई भी नमकीन भोजन न करें।
- जब भी आप चाय और कॉफी का सेवन करें तो उसमें एक चम्मच गाय का घी मिला लें।
1. ध्यान रहे कि अगर आप इस दूध का सेवन दिन में दो बार कर रहे हैं। तो आपको इसे एक महीने तक ही पीना है और अगर दिन में एक बार ले रहे हैं। तो इसे दो महीने तक लगातार पिएं।
2. अगर आपको दूध से एलर्जी है। या आप दूध पीना पसंद नहीं करते हैं, तो आप रात को सोने से पहले एक चम्मच हल्दी (turmeric) गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं।
3. अगर आप सिर्फ हल्दी का सेवन कर रहे हैं तो आपको तीन महीने तक इसका सेवन करना होगा। लेकिन गर्मियों में हल्दी की मात्रा आधा चम्मच तक कम कर दें।
4. हल्दी के अलावा आप ऊपर बताए गए खाद्य पदार्थ जैसे केसर और अंजीर का सेवन जरूर करें। आप स्नैक टाइम में अंजीर खा सकते हैं, वहीं आप केसर की चाय बनाकर पी सकते हैं।
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