किसान आंदोलन लगभग 65 दिन से अधिक दिनों से चल रहा है लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला है इस दौरान किसानों (kisan andolan) ने गणतंत्र दिवस पर ट्रक रैली निकाली थी ,उसकी दौरान किसानों के बीच में दस-बीस जनों ने जमकर हंगामा किया जिसका नतीजा किसान आंदोलन के अध्यक्षों को भुगतान करना पड़ेगा क्राइम ब्रांच ने किसान आंदलोन के 12 अध्यक्षों को दिल्ली में हुए हिंसा के बारे में पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है, परन्तु इसके बारे में अभी तक किसान नेताओं ने कोई जवाब नहीं दिया है.
क्राइम ब्रांच ने किसान नेता राकेश टिकैत, बूटा सिंह बुर्जगिल, दर्शन पाल सिंह, शमशेर पंधेर और सतनाम पन्नू समेत 12 नेताओं को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया है.
किसान अंदोलन के इन 12 नेताओं को बुलाया
दिल्ली में 26 जनवरी को हुए ट्रक मार्च में किसान आंदोलन (kisan andolan) ने काफी उग्र रूप धारण कर लिया था जिसको मध्य नजर रखते हुए क्राइम ब्रांच ने किसान आंदोलन के 12 नेताओं को क्राइम ब्रांच के ऑफिस बुलाया है जिसमे राकेश टिकैत, शमशेर पंधेर, बूटा सिंह बुर्जगिल, सतनाम पन्नू और दर्शन पाल अन्य 12 नेता शामिल होंगे.
गाज़ीपुर बॉर्डर पर पहुंच सकती है क्राइम ब्रांच- किसान आंदोलन
26 जनवरी को हुए ट्रक मार्च में सरकार का काफी नुकसान किया और लाल लाल किले के संदर्बाद में पूछताछ के लिए टीम कुछ ही देर में गाजीपुर बॉर्डर पहुंच सकती है. केंद्रीय पुलिस ने किसानों के दुवारा किए गये तोड़फोड़ को लेकर जाँच के लिए अर्जी लगाई है लेकिन आज सिंधु बॉर्डर पर स्थानीय लोगों और किसानों आंदोलन के बीच में तकरार हो गई जिसकी वजह से पुलिस को वहा लाठीचार्च करना पड़ा.
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