Ritika Jindal IAS : upsc यानी संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी करना आसान नहीं होता है. अभ्यर्थियों को काफी कठिनाइयों का सामना करने के बाद ही इस exam में सफलता प्राप्त होती है।
इस लेख में हम बात करेंगे Ritika Jindal की. जिन्होंने तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए upsc की परीक्षा को पास कर अपने Ias अफसर बनने के सपने को पूरा कर दिखाया।
Ritika Jindal का शुरू से ही आईएएस बनने का सपना रहा है. वह कहती हैं कि शुरू से ही वे लाला लाजपत और Bhagat Singh की कहानियों को सुनकर बड़ी हुई।
इसलिए उन्होंने देश के लिए कुछ करने की ठानकर upsc (यूपीएससी) की परीक्षा की तैयारी करने का निश्चय किया. पंजाब के मोगा की Ritika ने अपनी शुरुआती पढ़ाई भी यहीं से की।
शुरू से ही पढ़ाई में काफी अच्छी थी और उन्होंने 12वीं में CBSE बोर्ड में पूरे नॉर्थ इंडिया में टॉप किया था।
12वीं के बाद रितिका ने दिल्ली (Delhi) के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया और 95 % के साथ पूरे कॉलेज में तीसरा स्थान प्राप्त किया।
रितिका ने ग्रेजुएशन के दौरान ही upsc की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और कॉलेज (college) खत्म करने के बाद उन्होंने पहली बार upsc की परीक्षा दी।
तीनों स्टेज को क्लियर कर दिखाया लेकिन फाइनल (final) लिस्ट में वह कुछ ही अंक से पीछे रह गईं। उन्होंने हार नहीं मानी और एक बार फिर exam देने का फैसला किया।
Ritika ने पहले प्रयास में असफलता का सामना करने के बाद के बाद खूब मेहनत की और 2018 में दूसरी बार upsc की परीक्षा दी।
आखिरकार Ritika Jindal ने सीएसई यानी सिविल सर्विसेज परीक्षा में ऑल इंडिया में 88वीं रैंक प्राप्त कर के IAS बनने के सपना को पूरा कर दिखाया।
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Ritika Jinda के लिए आईएएस बनने की राह इतनी भी आसान नहीं थी क्योंकि जब वह पहली बार यूपीएससी (upsc) की परीक्षा देने की तैयारी कर रही थीं, तब उनके पिता (father) टंग कैंसर के शिकार हो गए।
कहीं न कहीं इस वजह से Ritika Jinda की पढ़ाई भी प्रभावित हुई. जब Ritika दूसरी बार परीक्षा देने की तैयारी कर रही थीं, तब उनके पिता (father) को लंग कैंसर हो गया.
रितिका interview में बताती है कि वे एक छोटे शहर से आती हैं जहां पर बहुत सीमित संसाधन उपलब्ध होते हैं।
लेकिन Ritika कहती हैं कि पिता को जिंदगी से लड़ते देखकर उन्हें ताकत और प्रेरणा मिली।
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